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Ranchi : हिंसा के बाद रांची की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को राष्ट्रीय युवा शक्ति ने खिलाया खाना

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डेस्क: 

पुलिस की वर्दी में लाइन में खड़े इन लोगों को खाना परोसा जा रहा है। इन पुलिसकर्मियों को चावल, दाल और सब्जी परोसी जा रही है। ये पुलिसकर्मी बीते 7 दिनों से रांची की सुरक्षा में तैनात हैं। दरअसल, शुक्रवार 10 जून को रांची में हिंसा भड़की थी।

इसके बाद प्रशासन ने रांची के तमाम संवेदनशील इलाको में झारखंड पुलिस, सैप, जैप औऱ रैफ के जवानों को तैनात किया।

रांची के मेन रोड सहित अलग-अलग 12 थानाक्षेत्रों में हजारों की संख्या में जवानों को तैनात किया गया। 

सामने आकर शिकायत भी नहीं कर सकते! 
चूंकि मामला काफी संवेदनशील है। रांची की हालत ऐसी है कि ना जाने कब क्या हो जाए, इसलिए इन जवानों को 24 घंटे मुस्तैद रहने को कहा गया है। इस बीच रांची में झुलसाने वाली धूप भी पड़ी और ठिठुराने वाली मूसलाधार बारिश भी हुई। जवान मुस्तैद रहे। जवान शहर की सुरक्षा के लिए अपना सब झोंक रहे हैं तो उम्मीद की जाती है कि उनको भी न्यूनतम बेसिक सुविधाएं मिले।

कम से कम वक्त पर सही खाना मिले। सवाल है कि क्या इन्हें ये मिला। जवाब होगा नहीं। मामला संवेदनशील है। ये पुलिसकर्मी सामने आकर अपनी शिकायत नहीं कह सकते लेकिन बतौर पत्रकार फील्ड रिपोर्टिंग के दौरान हमें इनका दर्द समझने का मौका मिला।

हैरानी हुई कि इन जवानों को प्रशासन की तरफ से ढंग का खाना मुहैया नहीं करवाया गया। 

ड्यूटी में जवानों को नहीं मिला ढंग का खाना! 
ऑफ द रिकॉर्ड बातचीत करने से पता चला कि जवानों को सही वक्त पर खाना नहीं मिल रहा। मिल भी रहा है तो केवल पूड़ी सब्जी का छोटा पैकेट। बातचीत से पता चला कि जवानों को पूरे दिन में यदि 4 वक्त का खाना मिला भी तो केवल पूड़ी-सब्जी ही मिली।

जानने वाली बात ये भी है कि रांची की सुरक्षा में तैनात इन हजारों पुलिसकर्मियों में से सैकड़ों दूसरे जिलों से आये हैं। भोजन को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी इन्हीं जवानों को उठानी पड़ी क्योंकि रांची में ही पदस्थापित पुलिसकर्मियों को फिर भी मेस से खाना मिल गया।

कल्पना करना भी मुश्किल है कि इतनी भीषण गर्मी, मूसलाधार बारिश और संवेदनशील इलाकों में लगातार मुस्तैदी से ड्यूटी के बीच जवानों को सही खाना नहीं मिला। 

राष्ट्रीय युवा शक्ति ने आगे आकर खिलाया खाना
भीषण तनाव की स्थिति में सुरक्षा में तैनात इन जवानों को वक्त पर और सही खाना नहीं मिलना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि, इस प्रशासनिक उदासीनता के बीच कुछ संस्था आगे आईं। इन संस्थाओं ने जवानों के लिए स्वादिष्ट और पर्याप्त भोजन की व्यवस्था की।

इनमें उल्लेखनीय रही राष्ट्रीय युवा शक्ति नाम की संस्था। राष्ट्रीय युवा शक्ति नाम की संस्था के सदस्यों ने जवानों के लिए पके हुए भोजन की व्यवस्था की वो भी पूरे वक्त की। राष्ट्रीय युवा शक्ति ने, ना केवल जवानों के लिए गरमा गरम खाना बनाया बल्कि उनको परोसा भी।

इन पुलिसकर्मियों को जब पर्याप्त खाना मिला तो जान में जान आई। खाना खाते हुए जवानों के खिले हुए चेहरे बताते हैं कि उनको इस भोजन की कितनी जरूरत थी।